दोस्ती का भरम टूट गया,
शायद दुश्मनी ही जीने का सबब बन जाये.
दोस्ती का जाम छलक गया ,
शायद दुश्मनी ही नशा कर जाये.
सुनते है यारी में दगा दे गया वो,
अब दुश्मनों से वफ़ा की उम्मीद की जाये.
दोस्तों ने ठिकाने बदल लिए,
अब दुश्मनों के घर तक राह बनायीं जाये.
दोस्तों के दिलों के अँधेरे से दूर,
अब दुश्मनों के दिलों की आग से रौशनी जलाई जाये.
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आपका हार्दिक धन्यवाद्.